मेरा दिल है कि कोई जादू की पुड़िया....
आज कल कहीं भी, खो सा जाता है...
जब भी पूछता हूं हाल इसका...
कहता है कुछ नहीं, बस चुप ही रह जाता है...
कोई तो बात है मेरे दिल की...
आज कल कुछ आवारा सा हो रखा है...
पूरी रात जागकर किसी की यादों में, पागल सा हो रखा है...
कौन है जब भी पूछूं इससे, तो घबरा सा जाता है...
कहता है दिल की बात है, फिर क्या थोड़ा शरमा सा जाता है...
वैसे ऐसा हाल इसके साथ तो पहले कभी नहीं हुआ..
ये मेरा दिल भी किसी के लिए इतना पागल होगा, ऐसा तो पहले कभी नहीं हुआ...
कुछ तो बात होगी उस लड़की में...
कोई तो राज होगी उस लड़की में...
अब ये मेरा दिल जाने या वो लड़की..
पर जो भी है...
बड़ी प्यारी होगी वो ख़ूबसूरत सी लड़की...
आशीष गुप्ता....