गुनाह किसी और ने किया और गुनहगार मुझे कर दिया...
तुमने तो कत्ल का इल्ज़ाम भी हम ही रख दिया...
क्या चाल चली तुमने अपने हुस्न के जाल से...
गवाह भी खरीदा जज भी ख़रीदा और सबूत मेरे नाम कर दिया...
आशीष...
तुमने तो कत्ल का इल्ज़ाम भी हम ही रख दिया...
क्या चाल चली तुमने अपने हुस्न के जाल से...
गवाह भी खरीदा जज भी ख़रीदा और सबूत मेरे नाम कर दिया...
आशीष...
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