आज प्यासा हूं इतना कि पूरा मैखाना ही पी जाऊं... मगर क्या करूं तलब तेरे होंठों के जाम की है...
आशीष गुप्ता
हर ख़्वाब हक़ीक़त हो जाए ...ये जरूरी तो नहीं... हर मोहब्बत पूरी हो जाए ...ये जरूरी तो नहीं... हम तुम्हें पसंद करतें हैं ...ये और बात है... त...
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