तुम अदालत हो तो हम भी गुनहगार हैं... तुम जज हो तो हम ही सज़ा के हकदार हैं...
आशीष गुप्ता...
हर ख़्वाब हक़ीक़त हो जाए ...ये जरूरी तो नहीं... हर मोहब्बत पूरी हो जाए ...ये जरूरी तो नहीं... हम तुम्हें पसंद करतें हैं ...ये और बात है... त...
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