कियूं कभी कोई दिल के पास आ जाता है...कैसे कभी एक अज़नबी से रिश्ता जुड़ जाता है...
रिश्ता भी इतना गहरा की वो दिल में बस जाता है...और वो अज़नबी एक अज़नबी से अपना बन जाता है....जैसे की तुम...
आशीष गुप्ता
रिश्ता भी इतना गहरा की वो दिल में बस जाता है...और वो अज़नबी एक अज़नबी से अपना बन जाता है....जैसे की तुम...
आशीष गुप्ता
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